जमी पे, मैं पड़ा ,
दोस्त मेरे ,
कंकड़ , पत्थर , रेत।
जमी से, मैं जुड़ा ,
दोस्त मेरे ,
पेड , पौधे , ख़र -पतवार।
जमी पे, मैं खड़ा ,
दोस्त मेरे ,
इंसान , हैवान , शैतान।
जमी का साथ ,
दोस्त मेरे ,
मैं खो पड़ा ,
जब से !
लुघडना ,सरकना, छोड़ ,
मैं खुद के दो पैरो पे ,
हो पड़ा ,
मैं खड़ा।
पिकाचु
दोस्त मेरे ,
कंकड़ , पत्थर , रेत।
जमी से, मैं जुड़ा ,
दोस्त मेरे ,
पेड , पौधे , ख़र -पतवार।
जमी पे, मैं खड़ा ,
दोस्त मेरे ,
इंसान , हैवान , शैतान।
जमी का साथ ,
दोस्त मेरे ,
मैं खो पड़ा ,
जब से !
लुघडना ,सरकना, छोड़ ,
मैं खुद के दो पैरो पे ,
हो पड़ा ,
मैं खड़ा।
पिकाचु
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