हाँ हाँ ठीक है ,
कहती है वह ,
सहती है वह ,
सबकुछ ,
फिर भी कहती है
हाँ हाँ सब ठीक है ।
वक्त बदला ,
लोग बदले ,
मौसम बदला ,
राज्य बदला ,
फिर भी कहती है
हाँ हाँ सब ठीक है ।
नये दौर का
नया फ़साना ,
नया तराना ,
नये फितूर के
नये कानून ,
फिर भी कहती है
हाँ हाँ सब ठीक है ।
कानून सख्त हो चला ,
अर्थ प्रगतिशील हो चला ,
आवाम कछुए की चाल भी न चला ,
अब कहना होगा ,
कुछ भी न ठीक है ।
समय की पुकार है ,
आई नई ब्यार है ,
शिक्षा की बहार है ,
फसल शिक्षा की बोना है ,
बेटियो को पढ़ाना है ,
समकक्ष उन्हें बनाना है ,
नारा ये लगाना है ,
उन्नति के साथ ,
बेटियो का विकास।
फिर कहेंगे सब साथ
हाँ हाँ सब ठीक है।
पिकाचु
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