मोहब्बत को, मैं नहीं पसंद ,
मोहब्बत मुझको, है पसंद।
मोहब्बत है तो बेचैन हु ,
मोहब्बत नहीं तो,
मैं नम हु।
दिल नासाज है, मुहब्बत का ,
फिर क्यों ,
धड़कन हमारे, मोहब्बत, मोहब्बत कह ,
बेधड़क, धड़क रहे है।
मोहब्बत से इजहार,
मोहब्बत से इकरार ,
मोहबत का करार ,
कुछ न कर पाया।
सिर्फ ,
मैं मोहब्बत में बेकरार, हो पाया।
मोहब्बत की भी, तो,
किस से की,
आधे रस्ते में ही ,
वो मोहब्बत का तिजारत कर ,
खाक ए सुपुर्द कर ,
किसी और के मोहब्बत गुनगुनाते ,
यु ही ,रुखसत हुए जा रहे है।
मोहब्बत न तू, यु घबरा ,
तसव्वुर कर की, मैं कबूल हु ,
तो मैं बादशाह,
नहीं तो मोहबत्त के कलम का,
मैं एक जलता फ़क़ीर हु।
पिकाचु
मोहब्बत मुझको, है पसंद।
मोहब्बत है तो बेचैन हु ,
मोहब्बत नहीं तो,
मैं नम हु।
दिल नासाज है, मुहब्बत का ,
फिर क्यों ,
धड़कन हमारे, मोहब्बत, मोहब्बत कह ,
बेधड़क, धड़क रहे है।
मोहब्बत से इजहार,
मोहब्बत से इकरार ,
मोहबत का करार ,
कुछ न कर पाया।
सिर्फ ,
मैं मोहब्बत में बेकरार, हो पाया।
मोहब्बत की भी, तो,
किस से की,
आधे रस्ते में ही ,
वो मोहब्बत का तिजारत कर ,
खाक ए सुपुर्द कर ,
किसी और के मोहब्बत गुनगुनाते ,
यु ही ,रुखसत हुए जा रहे है।
मोहब्बत न तू, यु घबरा ,
तसव्वुर कर की, मैं कबूल हु ,
तो मैं बादशाह,
नहीं तो मोहबत्त के कलम का,
मैं एक जलता फ़क़ीर हु।
पिकाचु
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