मकदूम चकदुम ,
अकड़म पकड़म ,
लटकम झटकम ,
मकई का दाना।
चूहा बिल्ली ,
हाथी घोडा,
गाय , भैस ,
सपने है।
आज तो केवल
दिखेंगे मकदूम,
दिखेंगे चकदुम।
छोटा , बड़ा ,
शहर हो कैसा ,
मकदूम चकदुम,
है जेब से,
ठन ठन।
लेकिन पैसा,
मिले है इनको , किस्तो में।
मकदूम चकदुम,
सोच को बेच ,
बने है राजा ,
दो कमरो की पाटो में।
रानी अपनी और सयानी ,
ठोर की लाली ,
लब लब रद पद,
लाड़ लगाके ,
ठोर सजाके ,
लटकम झटकम ,
देख दिखाने ,
बनी सयानी ।
झुमा झटकी,
पकड़ा पकड़ी ,
मकदूम चकदुम,
है पिया लुगाई,
लगे है भाई।
समय की करवट
उल्टी पलटी ,
ज्ञानी आज, बना है मुर्ख।
सोच तो सबकी ,
मकदूम चकदुम।
सपने में ही रहना भाई ,
लटकम झटकम , है एक बीमारी ,
फिसले अगर तो ,
चालू हो जाये ,
खेल ये अपना
अकड़म पकड़म ,
लटकम झटकम।
पिकाचु
अकड़म पकड़म ,
लटकम झटकम ,
मकई का दाना।
चूहा बिल्ली ,
हाथी घोडा,
गाय , भैस ,
सपने है।
आज तो केवल
दिखेंगे मकदूम,
दिखेंगे चकदुम।
छोटा , बड़ा ,
शहर हो कैसा ,
मकदूम चकदुम,
है जेब से,
ठन ठन।
लेकिन पैसा,
मिले है इनको , किस्तो में।
मकदूम चकदुम,
सोच को बेच ,
बने है राजा ,
दो कमरो की पाटो में।
रानी अपनी और सयानी ,
ठोर की लाली ,
लब लब रद पद,
लाड़ लगाके ,
ठोर सजाके ,
लटकम झटकम ,
देख दिखाने ,
बनी सयानी ।
झुमा झटकी,
पकड़ा पकड़ी ,
मकदूम चकदुम,
है पिया लुगाई,
लगे है भाई।
समय की करवट
उल्टी पलटी ,
ज्ञानी आज, बना है मुर्ख।
सोच तो सबकी ,
मकदूम चकदुम।
सपने में ही रहना भाई ,
लटकम झटकम , है एक बीमारी ,
फिसले अगर तो ,
चालू हो जाये ,
खेल ये अपना
अकड़म पकड़म ,
लटकम झटकम।
पिकाचु
No comments:
Post a Comment