अपना कौन , पराया कौन ,
यारा ,ये कैसा है,
दुनिया का वहम।
पल पल, रोता मन मेरा ,
साथ न तेरा , क्यों यारा।
शीतल है तू ,ओ यारा।
प्यासा हु मैं , तेरा,
ओ यारा।
सुख दुख , मेरी तू यारा ,
जान भी मेरी, तू यारा।
खो गई क्यों , तू ,
ओ यारा।
भूल क्या मेरा , ओ यारा।
पर्वत , नदिया , उड़ते पंछी ,
धरती- अम्बर ,
अधूरा ,
क्यों तुम बिन ,
ओ यारा।
भोलापन तेरा देख ,
साथ तो चाहा ,
ओ यारा।
निश्छल , क्या तुम ,
अविचल क्या तुम।
मोह माया में , खोकर
क्यों तुम ।
साथ न हो , ओ यारा।
पिकाचु
यारा ,ये कैसा है,
दुनिया का वहम।
पल पल, रोता मन मेरा ,
साथ न तेरा , क्यों यारा।
शीतल है तू ,ओ यारा।
प्यासा हु मैं , तेरा,
ओ यारा।
सुख दुख , मेरी तू यारा ,
जान भी मेरी, तू यारा।
खो गई क्यों , तू ,
ओ यारा।
भूल क्या मेरा , ओ यारा।
पर्वत , नदिया , उड़ते पंछी ,
धरती- अम्बर ,
अधूरा ,
क्यों तुम बिन ,
ओ यारा।
भोलापन तेरा देख ,
साथ तो चाहा ,
ओ यारा।
निश्छल , क्या तुम ,
अविचल क्या तुम।
मोह माया में , खोकर
क्यों तुम ।
साथ न हो , ओ यारा।
पिकाचु
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