दुख मिला ख़ुशी से ,
झूम उठा ख़ुशी से।
रोता मिला हँसते से ,
हँसाते गया ज़माने से।
गम मिला शराब से ,
हलक हुआ है गले से।
प्रेयसी मिले जो प्रेमी से ,
अग्न बुझे है जिस्म से ।
नीति मिला राजनीति से ,
लिख दिया विधान को।
दोस्त मिला जो दोस्ती से ,
खो न देना दुश्मनी में।
आशिक़ मिला आशिक़ी से ,
बेशुद्ध हुआ है खुदी से।
ज्योति मिली रवि से ,
दम्भित हुई है गर्व से।
कर्तव्य मिला योगी से ,
कर्मठ हो उठा, इंसान स्वयं से।
देश मिले है किस्मत से ,
खो न देना इसे वैमन्सय से।
पिकाचु
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